वाराणसी में आंधी-गरज के साथ जोरदार बारिश
भीषण गर्मी और लू से मिली राहत - अगले तीन दिन 'ऑरेंज अलर्ट'

वाराणसी, 17 जून । धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी वाराणसी सहित आसपास के क्षेत्रों में बीते एक पखवाड़े से जारी भीषण गर्मी, प्रचंड लू और तापलहरी के कहर से आखिरकार लोगों को बड़ी राहत मिली है। सोमवार की देर रात आसमान से जमकर मेघ बरसे, जिससे धरती को ठंडक मिली और तापमान में गिरावट आई। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक आंधी, गरज-चमक के साथ अच्छी बारिश का पूर्वानुमान जताते हुए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है, जो प्री-मानसून गतिविधि में तेजी का संकेत है।
आधी रात के बाद झमाझम बारिश:
सोमवार की शाम से ही मौसम में बदलाव के संकेत दिखने लगे थे। आसमान में घने बादल छाए रहे और देर शाम कुछ संक्षिप्त बूंदाबांदी और फुहारें पड़ीं। लेकिन, आधी रात गहरी होते ही बादलों ने अपना रौद्र रूप दिखाया और शहर तथा आसपास के कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई। रात भर रुक-रुक कर या लगातार हुई बारिश ने सुबह तक मौसम को खुशनुमा बना दिया। मंगलवार की सुबह की शुरुआत भी कई जगहों पर हल्की फुहारों के साथ हुई।
गर्मी और लू का दौर हुआ खत्म, उमस बढ़ी:
प्री-मानसून की इस पहली जोरदार बारिश से बीते 15 दिनों से चली आ रही भीषण लू और तापलहरी का दौर समाप्त हो गया है। दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को सीधी गर्मी से तत्काल राहत मिली है। हालांकि, सुबह हुई हल्की बारिश और वातावरण में अचानक बढ़ी नमी के कारण दिन में उमस ने भी लोगों को जमकर छकाया। यह बारिश जनपद के कुछ हिस्सों में ही केंद्रित रही, जबकि अन्य इलाकों में सिर्फ बादल छाए रहे या बूंदाबांदी हुई, जिससे वहां उमस का प्रभाव अधिक महसूस किया गया।
बारिश की भारी कमी, ऑरेंज अलर्ट जारी:
यह बारिश ऐसे समय में आई है जब जनपद में भीषण गर्मी के साथ-साथ बारिश की भारी कमी थी। मौसम विज्ञान विभाग के सोमवार तक जारी आंकड़ों के अनुसार, वाराणसी में इस सीजन में बीते 16 दिनों में सामान्य 30 एमएम बारिश के मुकाबले केवल 1.6 एमएम ही बरसात हुई है, जो सामान्य से बेहद कम है। इसी तरह, पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में भी सामान्य 30 एमएम की तुलना में सिर्फ 11 एमएम पानी गिरा है, जो 64 प्रतिशत की कमी दर्शाता है। यह प्री-मानसून बारिश इस कमी को कुछ हद तक पूरा करने और मानसूनी हवाओं के लिए परिस्थितियां बनाने में सहायक होगी।
मौसम विभाग ने वाराणसी में अगले तीन दिनों यानि मंगलवार, बुधवार और गुरुवार तक आंधी, गरज-चमक, तेज हवाओं (लगभग 40-50 किमी प्रति घंटा) और भारी बारिश का 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। इसका मतलब है कि मौसम खराब होने की संभावना है और लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।
मानसून का इंतजार, कब होगी एंट्री?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, वाराणसी में मुख्य मानसूनी सीजन का प्रवेश 23 जून के आसपास होने की संभावना है। वहीं, पूरे उत्तर प्रदेश में मानसून के 18 जून को गोरखपुर के रास्ते प्रवेश करने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा, 20 जून तक सोनभद्र के रास्ते भी पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून के पहुंचने की परिस्थितियां अनुकूल बन रही हैं। एक बार मानसून सक्रिय होने के बाद, पूरे सीजन में वाराणसी में औसत बारिश 812.1 एमएम दर्ज की जाती है।
पिछले 24 घंटों का मौसम:
मंगलवार को पूर्वांह 11 बजे तक वाराणसी में अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि हवा में आर्द्रता 71 फीसद और हवा की गति 11 किलोमीटर प्रति घंटा रही। इसकी तुलना में, सोमवार को शहर का अधिकतम तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस अधिक यानि 39.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, जिसने असहजता बढ़ा दी थी। उस दिन आर्द्रता 63 प्रतिशत थी और पुरवा हवा 20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बह रही थी, जिसने 'लू जैसी स्थिति' बना दी थी और लोगों को पूरी तरह बेहाल कर दिया था।
यूपी आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र ने पुष्टि की है कि बनारस सहित पूरे प्रदेश में अब बारिश के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन गई हैं और अगले कुछ दिनों तक रुक-रुक कर या जोरदार बारिश होने की संभावना है, जिससे तापमान में और गिरावट आएगी, हालांकि उमस बनी रह सकती है।