7 मई को देशभर में बजेंगे चेतावनी सायरन, गृह मंत्रालय ने दिए मॉक ड्रिल के निर्देश

भारत-पाक तनाव के बीच सतर्कता बढ़ी

7 मई को देशभर में बजेंगे चेतावनी सायरन, गृह मंत्रालय ने दिए मॉक ड्रिल के निर्देश

नई दिल्ली, 5 मई 2025: देश में सुरक्षा तैयारियों को परखने और नागरिकों को आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार करने के उद्देश्य से, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 7 मई को देशव्यापी सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान वार्निंग सायरन बजाए जाएंगे, जिससे आम जनता को सतर्क रहने और आवश्यक प्रतिक्रिया देने की प्रक्रिया में भाग लेने का अभ्यास कराया जाएगा।

यह मॉक ड्रिल ऐसे समय में आयोजित हो रही है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए आतंकी हमले ने दोनों देशों के बीच सुरक्षा हालात को और अधिक संवेदनशील बना दिया है। हमले के बाद दोनों देशों में उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठकों का दौर जारी है।

क्या है मॉक ड्रिल का उद्देश्य?

मॉक ड्रिल का मकसद किसी भी आपदा या आपात स्थिति — जैसे कि युद्ध, आतंकी हमला, या प्राकृतिक आपदा — में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की तैयारी करना है।
गृह मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों, जिला प्रशासन और सिविल डिफेंस विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे इस मॉक ड्रिल को गंभीरता से लें और जनता को पूर्व में इसकी जानकारी दें ताकि किसी भी तरह की घबराहट न फैले।

क्या होगा 7 मई को?

  • पूरे देश में अलग-अलग समय पर चेतावनी सायरन बजाए जाएंगे।

  • स्थान विशेष पर निकासी अभ्यास (evacuation drill) भी कराया जा सकता है।

  • संबंधित एजेंसियां यह जांचेंगी कि आपात स्थिति में अलर्ट सिस्टम, मेडिकल सेवाएं, और सुरक्षा बल कितनी तेजी से प्रतिक्रिया दे सकते हैं।

  • नागरिकों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे इस अभ्यास में सहयोग करें, लेकिन अफवाहों से दूर रहें

भारत-पाक तनाव की पृष्ठभूमि

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर कायम है। इस हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की भूमिका को लेकर जांच जारी है। इसके चलते दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर तनाव बढ़ा है। पाकिस्तान की ओर से भी सैन्य गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।

सरकार की अपील

सरकार ने आम जनता से अपील की है कि वे 7 मई को होने वाली इस मॉक ड्रिल को लेकर पैनिक न करें। यह केवल एक अभ्यास है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में देश और नागरिक दोनों तैयार रह सकें।