वाराणसी में शर्मनाक घटना: पारिवारिक कलह ने ली बड़े भाई की जान, छोटे भाइयों ने लाठी-डंडों से पीटकर मार डाला
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए हमलावर भाइयों और एक अन्य आरोपी को हिरासत में लिया

वाराणसी, 17 जून । उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद में रिश्तों को तार-तार कर देने वाली एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। फूलपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गंगापुर मंगारी गांव में सोमवार की देर रात एक पारिवारिक विवाद ने इतना विकराल रूप ले लिया कि दो सगे छोटे भाइयों ने मिलकर अपने ही बड़े भाई की बेरहमी से लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस दुखद वारदात की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तत्काल हरकत में आई और मौके पर पहुंचकर दोनों हमलावर भाइयों समेत एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान गंगापुर मंगारी गांव निवासी 40 वर्षीय रमेश राम के रूप में हुई है, जो पेशे से राजगीर मिस्त्री का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। सोमवार की शाम रमेश अपने घर पर अपनी पुत्री की बेटी यानी अपनी नातिन के साथ खेल रहा था। इसी दौरान किसी घरेलू मसले को लेकर उसका अपने दो छोटे भाइयों, अनिल और सुभाष राम, से विवाद शुरू हो गया।
बातचीत से शुरू हुआ यह विवाद देखते ही देखते इतना बढ़ गया कि अचानक अनिल और सुभाष राम ने आपा खो दिया। आवेश में आकर दोनों भाइयों ने पास रखे लाठी-डंडों से अपने बड़े भाई रमेश पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। लाठियों की मार से रमेश गंभीर रूप से घायल हो गया और दर्द से चीखने लगा। रमेश की चीख-पुकार सुनकर आसपास के पड़ोसी और परिवार के अन्य सदस्य दौड़े आए।
पड़ोसियों और परिजनों ने किसी तरह बीच-बचाव कर रमेश को उसके हमलावर भाइयों के चंगुल से छुड़ाया। रमेश की गंभीर हालत को देखते हुए उसे तत्काल इलाज के लिए गंगापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए वाराणसी के पांडेयपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल रेफर कर दिया। हालांकि, अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने जांच के बाद रमेश राम को मृत घोषित कर दिया, जिससे परिजनों में कोहराम मच गया।
घटना की सूचना मिलते ही फूलपुर थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी अनिल राम, सुभाष राम और सुभाष की पत्नी को भी शक के आधार पर हिरासत में ले लिया। तीनों आरोपियों को थाने लाकर पुलिस अधिकारियों ने घटना के संबंध में गहन पूछताछ की।
फूलपुर थाने के थानाध्यक्ष ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने पुष्टि की कि तीनों नामजद आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और घटना के सही कारणों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और आगे की जांच के आधार पर इस मामले में अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है। इस घटना से पूरे गांव में शोक और सन्नाटा पसरा हुआ है।