मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में जिला उद्योग बन्धु समिति की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न

उद्यमियों की समस्याओं के प्राथमिकता से निस्तारण के दिये गए सख्त निर्देश

मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में जिला उद्योग बन्धु समिति की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न

प्रयागराज: जिला उद्योग बन्धु समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को विकास भवन के सभागार में मुख्य विकास अधिकारी, श्रीमती हर्षिका सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक का प्राथमिक उद्देश्य जिले में औद्योगिक विकास को गति देना, विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना और स्थानीय उद्यमियों द्वारा सामना की जा रही समस्याओं का समाधान निकालना था। मुख्य विकास अधिकारी ने बैठक के दौरान सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट और सख्त निर्देश दिए कि उद्यमियों की समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और उनका निस्तारण अविलंब सुनिश्चित किया जाए।

बैठक में औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत समीक्षा की गई। इसमें विद्युत विभाग से सम्बंधित मुद्दे, उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (UPSIDC) के क्षेत्रीय प्रबंधक से सम्बंधित मामले, केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (PMEGP) और राज्य सरकार की मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना (MMYS), एक जनपद एक उत्पाद (ODYOP) योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (MUYVA) जैसी प्रमुख योजनाओं की प्रगति शामिल थी। इसके अतिरिक्त, व्यापार सुगमता के लिए बनाए गए महत्वपूर्ण 'निवेश मित्र' पोर्टल की कार्यप्रणाली और उस पर लंबित आवेदनों की स्थिति की भी बिंदुवार गहन समीक्षा की गई।

योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए, मुख्य विकास अधिकारी ने विशेष रूप से बैंको में लंबित मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान, और एक जनपद एक उत्पाद योजना से सम्बंधित आवेदन पत्रों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बैंको को निर्देशित किया कि इन महत्वपूर्ण योजनाओं से जुड़े सभी लंबित आवेदन पत्रों को निर्धारित समय सीमा के भीतर अनिवार्य रूप से निस्तारित कर दिया जाए ताकि पात्र लाभार्थियों को शीघ्र लाभ मिल सके। मुख्य विकास अधिकारी ने लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर (LDM) को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत वित्तीय सहायता वितरण की प्रगति को और अधिक बढ़ाने तथा इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की बाधा को दूर करने के लिए उद्यमियों से लगातार फीडबैक लेने के निर्देश दिए।

बैठक में राजकीय औद्योगिक आस्थान फूलपुर से सम्बंधित एक गंभीर मामला उठाया गया। बताया गया कि औद्योगिक आस्थान हेतु अधिग्रहित किए गए भूखंड अभी तक राजस्व अभिलेखों में उद्योग विभाग के नाम पर औपचारिक रूप से अंकित नहीं हुए हैं, जिस कारण इन भूखंडों पर अवैध अतिक्रमण की समस्या उत्पन्न हो रही है। इस विषय के संबंध में, मुख्य विकास अधिकारी ने उप जिलाधिकारी फूलपुर से तत्काल बात कर प्रकरण की गहन जांच कराने और आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए कहा। इसी प्रकार, राजकीय औद्योगिक आस्थान फूलपुर में औद्योगिक आस्थान को आवंटित भूखंडों पर मशीने स्थापित करने हेतु बैंक से लोन स्वीकृति और वितरण में आ रही कठिनाइयों पर भी चर्चा हुई। मुख्य विकास अधिकारी ने एलडीएम से इस संबंध में वार्ता कर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया ताकि उद्यमियों को समय पर पूंजी उपलब्ध हो सके। मेसर्स गोपाल एंटरप्राइजेज, प्लाट संख्या जी-26, औद्योगिक आस्थान नैनी, प्रयागराज से सम्बंधित एक विशिष्ट प्रकरण में, जहां बैंक से धनराशि ₹6,58,168.00 अवमुक्त होनी थी, मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि इकाई द्वारा परियोजना पूर्ण होने और वाणिज्यिक उत्पादन प्रारंभ करने पर बैंक गारंटी अवमुक्त करने की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए। औद्योगिक क्षेत्र नैनी में 5 मूलभूत आवश्यकताओं को पूर्ण कराने से सम्बंधित विषय पर, मुख्य विकास अधिकारी ने यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक को निर्देशित किया कि इन आवश्यक कार्यों को अविलंब प्रारंभ कराया जाए और इसमें किसी भी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उद्यमियों ने बैठक में औद्योगिक क्षेत्र नैनी में कई व्यावहारिक समस्याओं को विस्तार से बताया, जिनमें नालियों की सफाई का अभाव, जल निकासी की गंभीर समस्या, बार-बार बिजली का ट्रिप होना, विद्युत पोल को स्थानांतरित करने की आवश्यकता, और सड़कों के किनारे पेड़ों की छटाई न होना जैसी कई मूलभूत समस्याएं शामिल थीं। उद्यमियों की इन समस्याओं को सुनने के बाद, मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे तत्काल इन समस्याओं का संज्ञान लें और आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने पुनः जोर देकर कहा कि उद्यमियों द्वारा बताई गई समस्याओं के निस्तारण को हर हाल में सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। निवेश मित्र पोर्टल की समीक्षा करते हुए, मुख्य विकास अधिकारी ने इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर प्राप्त और लंबित आवेदन पत्रों के शीघ्र निस्तारण पर विशेष बल दिया। उन्होंने सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को अनिवार्य रूप से निर्देशित किया कि निवेश मित्र पोर्टल पर लंबित सभी आवेदन पत्रों को निर्धारित समय सीमा के भीतर ही निपटा दिया जाए ताकि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (Ease of Doing Business) के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।

इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य विकास अधिकारी के साथ सहायक उपायुक्त उद्योग, उद्योग बंधु व्यापार मंडल के प्रतिनिधि श्री मुरारी लाल अग्रवाल और श्री नटवर लाल, जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए उद्यमी गण, तथा औद्योगिक विकास और उद्यमिता से सम्बंधित सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक में उद्यमियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना गया और उनके समाधान के लिए त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया गया।