पानी की कमी से जूझ रही महिलाओं का पेयजल योजना पर धावा, ऑपरेटर ने गेट बंद कर रोका
पानी की कमी से जूझ रही महिलाओं का पेयजल योजना पर धावा, ऑपरेटर ने गेट बंद कर रोका

हमीरपुर, 15 जून (। बिवांर कस्बे में पेयजल संकट गहराता जा रहा है। रविवार को कस्बे के रजमल मोहाल में पिछले तीन दिनों से पानी की आपूर्ति ठप होने से स्थानीय महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा। पेयजल की समस्या से त्रस्त लगभग एक दर्जन महिलाएं पेयजल योजना परिसर में एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन करने पहुंची।
ग्रामीण महिलाओं - रामसखी, सीमा, फूला, गोमती, विद्या रानी, रेखा, भानुमती, पुष्पा, ज्ञानेंद्री और सुशीला - का आरोप है कि पेयजल आपूर्ति में भारी अनियमितता बरती जा रही है, जिसके चलते उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं के अनुसार, उन्होंने कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।
जब महिलाओं का समूह पेयजल योजना परिसर में पहुंचा, तो वहां मौजूद ऑपरेटर ने तुरंत गेट बंद कर दिया और उन्हें अंदर आने से रोक दिया। इससे महिलाओं का गुस्सा और भड़क गया। गेट के बाहर खड़ी होकर महिलाओं ने ऑपरेटर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पानी की आपूर्ति बहाल करने की मांग की।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि जब वे ऑपरेटर से पानी देने की बात करती हैं, तो वह उनके साथ अभद्रता करता है। उन्होंने बताया कि भीषण गर्मी में पानी की समस्या से जूझना उनके लिए मुश्किल हो रहा है। महिलाओं के अनुसार, थाना तिराहे से इंडियन बैंक की तरफ जाने वाली पाइप लाइन पूरी तरह से जाम है। नमामि गंगे योजना के तहत डाली गई नई पाइप लाइन से ही जलापूर्ति की जा रही है, लेकिन इसमें भी 24 घंटे में केवल आधा घंटा ही पानी आता है।
महिलाओं ने बताया कि जब वे ऑपरेटर आशीष कुमार से ज्यादा पानी देने की बात कहती हैं, तो उनका कहना होता है कि नई लाइन में ट्यूबवेल नहीं है और पुराने ट्यूबवेल से ही सप्लाई दी जा रही है, इसलिए ज्यादा पानी नहीं दिया जा सकता। पुरानी पाइप लाइन को ठीक कराने की बात पर ऑपरेटर का कहना है कि उसे सही नहीं करवाया जा रहा है।
इस मामले में जेई आशीष कुमार का कहना है कि बिजली बार-बार बाधित होने के कारण टंकी पूरी तरह से नहीं भर पा रही है। रोस्टिंग के अनुसार पेयजल आपूर्ति की जा रही है, ताकि सभी को पर्याप्त पानी मिल सके। उन्होंने बताया कि ऑपरेटर के व्यवहार पर उसे हिदायत दी गई है।
इस घटना से कस्बे में पेयजल संकट की गंभीरता उजागर होती है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और पेयजल आपूर्ति को सुचारू करने की मांग की है।